पुलवामा आत्मघाती हमले में शहीद जवानों के जिम्मेदार गृहमंत्री को गिरफ्तार कर हत्या का मुकदमा चलाने की मांग पर प्रधानमंत्री मौन क्यों?-
08 फरवरी को जम्मू कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आतंकी हमले का एलर्ट जारी करने के बाद भी 2547 जवान को लेकर जा रहे CRPF के 78 वाहनों के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग की सुरक्षा क्यों नहीं की गई ?-
सच्चिदानन्दश्रीवास्तव, प्रदेश अध्यक्ष (उ•प्र•)/लोसपा
सपहा (कुशीनगर): लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी ने जम्मू-कश्मीर हाई.वे पर अवंतीपोरा इलाके में आतंकवादी- जैश ए मोहम्मद द्वारा किए गए आत्मघाती हमले की कड़ी निन्दा की और आतंकी हमले के शिकार 44 शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पार्टी द्वारा आयोजित प्रेसवार्ता में प्रदेश अध्यक्ष- श्रीवास्तव ने कहा कि हम आपके माध्यम से प्रधानमंत्री जी और 56" वाले देश के चौकीदार से पूछना चाहते हैं कि, "08 फरवरी को जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आतंकी हमले का एलर्ट जारी करने के बाद भी 2547 जवान को लेकर जा रहे CRPF के 78 वाहनों के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग की सुरक्षा नहीं की गई, आखिर क्यों तथा 44 जवानों के शहीद होने के जिम्मेदार गृहमंत्री को गिरफ्तार कर हत्या का मुकदमा चलाने की मांग पर प्रधानमंत्री मौन क्यों हैं तथा नैतिक जिम्मेदारी लेेेेते हुए त्यागपत्र क्यों नहीं देेेते?-"
उक्त प्रश्न उठाते हुए सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने कहा कि, "भाजपा, पुलवामा आत्मघाती हमले" के माध्यम से राजनीत कर रही है तथा मोदी जी और उनके मंत्री, "जम्मू-कश्मीर राजमार्ग पर आतंकी हमले का एलर्ट जारी करने के बावजूद राजमार्ग की सुुरक्षा में बिफलता के कारणों को खोजने और सुरक्षा में हुई चूक को दूूूर करने के बजाय तथा इस विफलता की जिम्मेदारी लेेेने के बजाय पाकिस्तान पर ठिकरा फोड़ रहे हैं और हमारे जवान आये दिन शहीद हो रहे हैं। हम सभी देश की सुरक्षा करने में विफल प्रधानमंत्री- मोदी जी से नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र और गृहमंत्री को गिरफ्तार कर हत्या का मुकदमा चलाने की बार-बार मांग करते हैं।"
उन्होंने कहा कि, "एक चौकीदार की सुरक्षा के लिए आकाश में 4 - 4 हेलीकाप्टर और जमीन पर सैकड़ों की फौज लगा दी जाती है, हर चौराहे पर गाड़ियों की गहन जाँँच की जाती है, तो खुफिया एलर्ट के बावजूद सीमा पर तैनात रक्षकों की सुरक्षा के लिए एक भी हेलीकाप्टर से सुरक्षा नहीं और राष्ट्रीय राजमार्ग पर और चौराहों पर गाड़ियों की चेकिंग और सुरक्षा नहीं, क्यों ?-"
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि, "क्या प्रधानमंत्री और उनके सहयोगियों की मीडिया पर दहाड़ "चोरी और सीनाजोरी" नहीं है और जब 8 फरवरी को जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आतंकी हमले का खुफिया एलर्ट जारी कर दिया गया था तब क्या प्रधानमंत्री बनाम चौकीदार और उनके गृह मंत्री हेलीकाप्टर और अन्य सुरक्षा माध्यमों से राजमार्ग की मानिटरिंग/ सुरक्षा तथा चौराहों पर गाड़ियों की गहन जाँच कराने के स्थान पर इस आतंकी हमले का इंतजार कर रहे थे ?-"
देश इसका जवाब मांग रहा है।
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