मेघालय कोयला खदान में फँसे 15खनिक: उच्च क्षमता वाले पम्प पहुँचाना आसान नहीं - खनिकों को बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है: मुख्यमंत्री- मेघालय
शिलांग (मेघालय): कोयला खदान में फंसे 15 खनिकों को बचाने एनपीपी-भाजपा ने कहा कि, "राज्य सरकार उन्हें बचाने का हरसंभव प्रयास कर रही है।"
मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष (उत्तर प्रदेश)- सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री- मोदी जी को ट्वीट कर खनिकों को बचाने की मांग की तथा उच्च क्षमता वाले पम्प को सरकार द्वारा घटनास्थल पर अभी तक नहीं पहुुँचाने को शर्मनाक कहते हुए निन्दा की और प्रधानमंत्री मोदी जी से पूछा कि, "जब वे देश को परिवार मानते हैं तो क्या ये खनिक परिवार से बाहर हैं और देश कौन सा विकास कर रहा है कि, आज15वाँ दिन है और अभी तक खनिकों को बचाने के लिए उच्च क्षमता वाले पम्प को भी घटना स्थल पर नहीं पहुुँचाया जा सका है।"
मोदी पर निशाना साधते हुुुए कांग्रेस प्रमुख- राहुल गाँधी ने कहा है कि, "मेघालय में 13 दिसंबर से 15 खनिक खदान में फंसे हुए हैं, उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है और वह असम के बोगीबील पुल पर तस्वीरें खिंचवा रहे हैं।"
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को ब्रह्मपुत्र नदी पर बने बोगीबील पुल का उद्घाटन किया था।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने गांधी की टिप्पणियों का जिक्र किए बगैर कहा कि, "कोई लापरवाही नहीं है। प्रशासन और एनडीआरएफ ने खनिकों का पता लगाने में बहुत मेहनत की है लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें सफलता नहीं मिली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, "अभी तक खान से 12 लाख लीटर पानी बाहर निकाला गया है, लेकिन ऐसा मालूम होता है कि पूरी नदी ही खान के भीतर घुस गई है।"
संगमा ने कहा कि, "उच्च क्षमता वाले पंपों को मंगवाना और उन्हें घटना स्थल तक लेकर जाना आसान काम नहीं है। आशा है कि यह पंप जल्दी ही पहुंचेंगे और बचाव कार्य में उससे मदद मिलेगी।"
भाजपा का भी कहना है कि, "राज्य की संगमा सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।"
(साभार- मल्टीमीडिया)
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