गुजरात में DGP-चीफ सेक्रेटरी समेत 40% उच्च अधिकारी यूपी-बिहार के
- मुख्य सचिव जे.एन. सिंह बिहार के हैं.
- गृह सचिव ए.के.तिवारी यूपी के हैं.
गाँधीनगर: गुजरात में नौकरी-धंधा करने वाले यूपी-बिहार के लोगों पर बेहरमी से हमला किया जा रहा है। यूपी-बिहार के लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
दुर्भाग्यजनक बात यह है कि राज्य की कानून-व्यवस्था की बागडोर जिनके हाथों में हैं, उसमें से टॉप के आईएएस-आईपीएस अधिकारियों में 40% यूपी-बिहार के ही हैं।
डीजीपी शिवानंद झा बिहार के: डीजीपी, पुलिस कमिश्नर समेत आईपीएस के अलावा मुख्य सचिव, गृह सचिव समेत अनेक आईपीएस अधिकारी यूपी-बिहार के होने के बाद भी उनके प्रांत के लोगाें पर हमले हो रहे हैं। इस तरह से देखा जाए, तो कुल 167 आईपीएस में से 14 यूपी और 18 बिहार के हैं।
कानून-व्यवस्था की कमान यूपी-बिहार के अधिकारियों के हाथों में: राज्य के डीजीपी शिवानंद झा बिहार के हैं। राज्य के मुख्य सचित जे.एन. सिंह बिहार के हैं। गृह सचिव एके तिवारी यूपी के हैं। राज्य की कानून-व्यवस्था संभालने वाले 20 प्रतिशत अाईएएस, 20 प्रतिशत आईपीएस मिलकर कुल 40 प्रतिशत आईएएस-आईपीएस अधिकारी यूपी-बिहार के हैं। आईएएस की बात करें, तो सरकारी आंकड़ों के अनुसार हिंदी डेप्यूटेशन समेत 243 आईएएस-आईपीएस यूपी-बिहार के हैं।
6 प्रिंसपल सेक्रेटरी भी शामिल
इसमें 6 प्रिंसिपल सेक्रेटरी का भी समावेश होता है। चार एडिशनल चीफ सेक्रेटरी, तीन सेक्रेटरी और तीन सेक्रेटरी इसमें शामिल हैं। बाकी के आईएएस कलेक्टर, डायरेक्टर, सीईओ समेत विभिन्न पदों पर हैं। आईपीएस की बात करें तो कुल 167 आईपीएस में से 14 यूपी अौर 18 बिहार के हैं।
आईपीएस अधिकारियों में पुलिस कमिश्नर डीएसपी समेत विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर जवाबदारी निभा रहे हैं। इसके बाद भी उनके इलाके के लोगों पर अत्याचार किया जा रहा है। उनका जीना दूभर किया जा रहा है।
गुजरात में IAS/ IPS:
IAS यूपी बिहार
243 26 22
IPS यूपी बिहार
167 14 18
(साभार- दैनिक भास्कर)
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