टाटा-संस और साइरस मिस्त्री मामले का घटनाक्रम
मुंबई 09 जुलाई: 24 अक्टूबर 2016 : टाटा संस ने साइरस मिस्त्री को चेयरमैन के पद से हटाया और रतन टाटा को अंतरिम चेयरमैन बनाया।
25 अक्टूबर 2016 :मिस्त्री ने टाटा संस के निदेशक मंडल को पत्र लिखकर टाटा ट्रस्टियों पर पर्दे के पीछे से नियंत्रण का आरोप लगाया।
19 दिसंबर 2016 : मिस्त्री ने टाटा समूह की सभी कंपनियों के निदेशक पद से इस्तीफा दिया।
20 दिसंबर, 2016 : मिस्त्री ने प्रबंधन में गड़बड़ी और अल्पांश शेयरधारकों के उत्पीडऩ का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) का रुख किया।
12 जनवरी 2017 : एन चंद्रशेखरन को टाटा संस का नया चेयरमैन बनाया गया।
6 फरवरी 2017 : मिस्त्री को टाटा संस के निदेशक मंडल के निदेशक पद से हटाया गया।
21 सितंबर 2017 : टाटा संस के निदेशक मंडल ने निजी कंपनी बनाने की योजना को मंजूरी दी।
12 जून 2018 : एनसीएलटी ने आदेश के लिए 4 जुलाई की तारीख तय की।
4 जुलाई 2018 : एनसीएलटी ने फैसले को 9 जुलाई तक के लिए स्थगित किया।
9 जुलाई 2018 : एनसीएलटी ने टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाने के खिलाफ दाखिल साइरस मिस्त्री की याचिका खारिज कर दी। न्यायाधिकरण ने कहा कि मिस्त्री को इसलिए हटाया गया क्योंकि निदेशक मंडल और उसके सदस्यों का मिस्त्री पर से विश्वास उठ गया था।
(साभार- बिजनेस स्टैण्डर्ड)
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